एकलिंगजी मंदिर राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है । यह मंदिर उदयपुर से 20 कि.मी. दूर कैलाशपुरी में दो पहाड़ियों के बीच स्थित है।आमतौर पर इस जगह को एकलिंगजी के नाम से जाना जाता है ।
एकलिंगजी मंदिर का संक्षिप्त विवरण |
स्थान-कैलाशपुरी |
तहसील-गिरवा |
जिला-उदयपुर |
राज्य-राजस्थान |
निर्माण काल - 8वीं शताब्दी |
निर्माण कर्ता -कालभोज/बप्पारावल |
नजदीकी हवाई अड्डा- डबोक (उदयपुर) |
उदयपुर से दूरी- 21 कि.मी. |
डबोक से दूरी- 35 कि.मी. |
दिल्ली से दूरी- 648 कि.मी. |
गूगल मैप-https://maps.google.com/?cid=16477015357985375182 |
इतिहास
एकलिंगजी मेवाड़ के महाराणाओं के आराध्य देव रहे हैं । एकलिंगजी मंदिर का निर्माण गुहिल वंश (सिसोदिया वंश) के शासक कालभोज(बप्पारावल) ने 8वीं शताब्दी में करवाया था । मेवाड़ के सिसोदिया वंश के शासक एकलिंगजी को अपना राजा व खुद को उनका दीवान मानकर शासन करते थे ।
मंदिर के निर्माण के कुछ वर्षों बाद इसे तोड़ दिया गया था जिसका महाराणा मोकल (1421 ई.-1433 ई.) ने जीर्णोद्धार कराया । मंदिर के वर्तमान स्वरूप का श्रेय महाराणा रायमल (1473 ई.-1509 ई.) को है ।
एकलिंगजी मंदिर परिसर में कुल 108 मंदिर हैं जो संगमरमर व चूना पत्थर से बने हैं । मुख्य मंदिर में भगवान एकलिंगजी की चतुर्मुखी प्रतिमा है जो काले संगमरमर पत्थर की बनी है ।
अगर आप यहां आने के इच्छुक हैं तो आपके लिये यह जरूरी सूचना:-
मंदिर खुलने का समय
सुबह
4:15 am - 6:45 am
10:30 am - 1:30 pm
शाम
5:15 pm - 7:45 pm
उदयपुर आने के बाद आप यहां से टैक्सी,ऑटो, कैब,प्राइवेट व सार्वजनिक बस की मदद ले सकते हैं ।
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