कोरोना एक ऐसा संक्रामक रोग है जो किसी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंचता है । किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तु को छूने से यह वायरस दूसरे व्यक्ति के हाथों पर आ जाता है । फिर उन्हीं हाथों से वह व्यक्ति किसी दूसरी वस्तु को अथवा व्यक्ति को छूता है या हाथ मिलाता है तो यह वायरस उस वस्तु या व्यक्ति तक भी पहुंच जाता है । जैसे मान लो कोई संक्रमित व्यक्ति कार चला रहा है , उसे संक्रमण है यह बात वो नहीं जानता। उस व्यक्ति ने स्टेरिंग संभाल रखा है तो यह निश्चित है कि वह स्टेरिंग भी संक्रमित हो गया हो । इसके अलावा वह उन्हीं हाथों से गियर भी बदलता है, हॉर्न भी बजाता है, सीट पर भी हाथ रख देता है, उतरने व चढ़ने के लिए दरवाजे का हेंडल भी पकड़ता है । तो जहां-जहां उस व्यक्ति का हाथ गया वो सब चीजें संक्रमित हो गईं । फिर उसी कार को कोई दूसरा व्यक्ति मांग कर ले जाता है तो निश्चित है कि वह भी इसके संक्रमण का शिकार हो जाएगा। इन सभी गतिविधियों के दौरान यह संभव है कि वह संक्रमित व्यक्ति बार-बार अपने हाथों को चहरे पर फैरता है,आँखें भी खुजलाता है और तो ओर कभी-कभी वह अपनी अंगुली नाक में डालता है । यह संक्रमण हांथों द्वारा मुह से ,आँखों से व नाक से शरीर में जल्दी प्रवेश करता है ।
इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने, छींकने, थूकने या फिर जूठा बर्तन इस्तेमाल करने से भी यह वायरस फैलता है । छींकने और खांसने से व्यक्ति की नाक से व मुँह से जो पानी निकलता है वह संक्रमित होता है जो पास खड़े स्वस्थ पर गिर जाए तो यह संक्रमण उस व्यक्ति के पास चला है । इसीलिए ध्यान रखें अपने मुंह पर मास्क व रुमाल बांध कर रखें । अपने हाथ बार-बार एल्कोहल वाले सेनेटाइजर से धोएं अथवा अपने हाथों पर गल्वज पहनकर रखें । खुले में छींकने, खाँसने व थूकने से परहेज करें । भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ना जायें । कोरोना की रोकथाम हेतु सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियानों में अपना समर्थन व सहयोग करें । लॉकडाउन को सफल बनायें । क्योंकि कोरोना एक चैन सिस्टम की तरह फैल रहा है, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ,दूसरे से तीसरे में,तीसरे से चौथे में । इस चैन को तोड़ने का जरिया लॉकडाउन है । यदि सभी लोग अपने-अपने घरों में कुछ दिनों के लिए रहेंगे, किसी से मिलेंगे जुलेंगे नहीं इस वायरस को खत्म करने में आसानी होगी । अभी तक जितने कोरोना पॉजिटिव केस आये हैं उनका हॉस्पिटलों में इलाज चल रहा है और जो संक्रमित हो सकते हैं वो अगले कुछ दिनों में सामने आ जाएंगे । ऐसा इसलिए है क्योंकि इस वायरस के लक्षण 2 से 14 दिनों में सामने आते हैं । उदाहरण के लिए मैं रविवार को अनजाने में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ गया हालांकि मैं इस बात से अनजान हूँ । सोमवार से लॉकडाउन हुआ मैं घर पर ही रहा । मैं सोमवार से शुक्रवार तक किसी से नहीं मिला । इन पांच दिनों में यदि मैं लोगों से मिलता तो कई लोग मुझसे संक्रमित हो जाते । इस तरह यह संक्रमण मुझसे मेरे परिवार तक ही सीमित रहा । यदि मैं किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आया तो लॉकडाउन से यह फायदा है कि मैं और मेरा परिवार आगे भी कोरोना से सुरक्षित रहेगा । आज रात्रि 8:00 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्पूर्ण देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है । कोरोना के लक्षण 2 से 14 दिनों के भीतर सामने आने लगते हैं । कोरोना के लक्षण लगातार सुखी खांसी, नाक बहना ,तेज सिर दर्द व बुखार हैं । इनमें से कोई भी लक्षण होने पर अपनी जांच कराएं । हालांकि इन लक्षणों के होने का मतलब कोरोना नहीं है । इसलिए घबराएं नहीं अपनी जांच कराएं ।
यह वायरस यदि कहीं बसों,ट्रेनों व हवाई जहाजों में या बाहर कहीं खुले में है भी तो उस जगह पर न जाने की स्थिति में वह स्वतः ही कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा । इसलिए सरकार का समर्थन करें,घरों से कुछ दिनों के लिए बाहर ना निकलें । क्योंकि एक बात याद रखिये इसका कोई इलाज नहीं है । खेर मनाइए जब तक आपको यह है नहीं, यदि यह आपको हो गया तो आप तो मरेंगे ही अपने परिवार को भी ले डूबेंगे । इलाज फ्री है लेकिन यह लाजमी नहीं डॉक्टर आपको बचा पाएं । इसीलिए याद रखिए आपकी सुरक्षा आपके खुद के हाथ में है ।
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